पदुआ के संत अंथोनी संत समाज के चमत्कारी संतों में से एक गिने जाते हैं। उनका जन्म लिस्बन, पुर्तगाल में एक धनी परिवार में हुआ था। उन्होंने काफी कम आयु में ही अपने परिवार की इच्छा के विरूद्ध अपना जीवन धार्मिक कार्यों के लिए सौंपने का निर्णय लिया और जब वे पुरोहित बने तो वे संत अगस्टीन के संघ में शामिल हुए। वहाँ रहते हुए उनकी मुलाकात जल्द ही संत फ्रांसिस संघ के प्रचारकों से हुई जो सुसमाचार प्रचार के लिए मोरक्को जा रहे थे। संत अंथोनी उनकी साधारण प्रचारक जीवनशैली से काफी आकर्षित हुए और जब वे प्रचारक प्रचार करते हुए शहीद हो गए तो संत अंथोनी इस बात से प्रभावित होकर संत फ्रांसिस संघ में शामिल हो गए।
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St. Anthony holding Baby Jesus Christ |
इटली के
पदुआ शहर में अपने काम के द्वारा वे जल्द ही प्रिय और प्रशंसनीय संत के
रूप में प्रसिद्ध हुए। उन्हें कलीसिया के चिकित्सक की उपाधी दी गई। उन्हें
उनकी मृत्यु के एक वर्ष बाद 30 मई, 1232 में पोप गेगोरी नौंवे द्वारा संत
घोषित किया गया। उनके विषय में एक बात गौर करने वाली है कि उन्हें खोई हुई
वस्तुओं की प्राप्ति का संरक्षक संत कहा जाता है। यदि आपकी कोई वस्तु, आदमी
या आप स्वयं खो गए हैं या अपने मार्ग से विचलित होकर भटकाव का जीवन जी रहे
हैं और वापस सही राह में आने में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं तो आप
संत अंथोनी की मध्यस्ता में प्रार्थना कर सकते हैं।
पारंपरिक रूप से
प्रति वर्ष 13 जून को उनके दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसके लिए
विभिन्न पल्लियों में विधिवत रूप से 1 जून से ही उनके आदर में तेरह दिवसीय
नोविना की जाती है। इस प्रारूप के अलावा संत अंथोनी की नोविना 13 मंगलवार
के लिए भी की जाती है जिसमें पहले मंगलवार (जिस दिन से आप इसे शुरू करते
हैं) को पहला दिन, दूसरे मंगलवार को दूसरा दिन और इसी तरह से आगे किया जाता
है। तेरहवें मंगलवार के बाद आप इसे पुनः शुरू कर सकते हैं।
आपकी सुविधा के लिए इस प्रार्थना को HINDI PDF प्रारूप में भी तैयार करके अपलोड किया गया है जिसमें संत अन्थोनी के झंडे के नीचे की जाने वाली प्रार्थना भी शामिल है. आप यहाँ क्लिक करके
डाउनलोड कर सकते हैं.